दुर्ग में युक्तिकरण के नाम पर शिक्षा विभाग में चल रहे भेदभाव को लेकर शासकीय शिक्षकों ने किया विरोध प्रदर्शन।
छत्तीसगढ़ दुर्ग में शिक्षकों ने शिक्षक साझा मंच छत्तीसगढ़ के बैनर तले जोरदार प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन हाल ही में हुए युक्तियुक्तकरण (रैशनलाइजेशन) में कथित भेदभाव और विसंगतियों के विरोध में था। सैकड़ों की संख्या में शिक्षकों ने हिंदी भवन से कलेक्ट्रेट परिसर तक रैली निकाली और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान पुलिस ने मोर्चा संभाला और स्थिति को नियंत्रित किया। वहीं शिक्षकों ने अपनी चार-सूत्रीय मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा।
शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर दिया-ज्ञापन
शिक्षकों ने अपनी चार-सूत्रीय मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा। जिसमें उनकी मुख्य मांगों में सामान्य पदोन्नति आदेश जारी करना,पूर्व सेवा अवधि के आधार पर पेंशन व अन्य लाभ प्रदान करना, तथा वर्तमान युक्तिकरण को रद्द कर 2008 की प्रणाली के आधार पर युक्तिकरण करना शामिल है। शिक्षक संयुक्त मंच छत्तीसगढ़ के जिला अध्यक्ष, सचिव ने कहा कि जो गलती अधिकारियों द्वारा वाजिब कारणों से की गई है, उसे संशोधित करने की आवश्यकता है, शिक्षकों को जानबूझ कर अतिशेष दिखाया गया है कि जो गलत है।
इसी युक्तिसंगत कारण के तहत दुर्ग से धमधा स्थानांतरित हुई शिक्षिका सरोजिनी बघेल बघेल ने बताया कि 21 साल की सेवा में वे चार बार युक्तिसंगतीकरण में फंस चुकी हैं और हर बार उन्हें नए सेटअप में भेज दिया जाता है। जबकि आज स्कूल में हेडमास्टर के पद पर बैठी हैं, वह पिछले 11 सालों से उनकी जगह पर गणित पढ़ा रही थीं और अब बच्चों का भविष्य अधेंरे में है। शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने क्या कहा।
नसीम फारूकी