बहजोई श्री दिगम्बर जैन मंदिर बहजोई में चल रहे पर्युषण पर्व के अंतर्गत आज उत्तम तप धर्म की आराधना श्रद्धा एवं भक्ति के साथ सम्पन्न हुईः-
संभलः बहजोई श्री दिगंबर जैन मंदिर बहजोई में चल रहे पर्यूषण पर्व के अंतर्गत आज उत्तम तप धर्म की पूजा श्रद्धा व भक्ति के साथ की गई।इस अवसर पर सर्वप्रथम मूलनायक भगवान श्री 1008 चंद्रप्रभु जी का भव्य महामस्तकाभिषेक सम्पन्न हुआ। इस ऐतिहासिक क्षण में प्रथम महामस्तकाभिषेक का पावन सौभाग्य सुनील कुमार जैन को प्राप्त हुआ। इसके उपरांत शांतिधारा का शुभ अवसर प्रतीक जैन, मनोज जैन, प्रेरक जैन, हेमंत जैन, पारस जैन एवं संजय जैन साड़ी वालों को सपरिवार प्राप्त हुआ।
इसी क्रम में श्री चंद्रप्रभु महामंडल विधान का भी भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर कलश स्थापना का शुभ सौभाग्य रजनी जैन, शिखा जैन, रंजना जैन, संतोष देवी जैन एवं नीलिमा जैन को प्राप्त हुआ। जिनवाणी स्थापना का सौभाग्य सुनीता जैन को तथा दीप प्रज्ज्वलन का सौभाग्य शैली जैन को प्राप्त हुआ। जैन शास्त्री चंद्र कुमार जैन ने प्रवचन में ‘उत्तम तप’ के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि तप आत्मा का असली आभूषण है। यह मोह, राग और भोग की प्रवृत्तियों को शांत कर आत्मा को पवित्रता और निर्मलता की ओर ले जाता है। तप के माध्यम से आत्मा अपने असली स्वरूप का अनुभव करती है और मोक्षमार्ग की ओर अग्रसर होती है।
शाम को कार्यक्रम में सामूहिक आरती, प्रवचन एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियां हुईंः-
सांयकालीन कार्यक्रम में सामूहिक आरती, प्रवचन एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ हुईं। रात्रि को नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जिसने सभी का मन मोह लिया। प्रतियोगिता में जूनियर वर्ग में प्रथम स्थान कुशाग्र जैन को प्राप्त हुआ उनके नृत्य भजन भादों की रिमझिम रिमझिम प्रस्तुति ने सबका मन मोह लिया सभी भक्ति में सराबोर हो गए। जबकि द्वितीय स्थान प्रत्यक्ष जैन एवं वेदांश जैन को व तृतीय स्थान मानविक जैन को प्राप्त हुआ, जबकि विशेष प्रस्तुति पुरस्कार प्रिशा जैन को मिला। वरिष्ठ वर्ग में विधान जैन एवं विदुशी जैन ने प्रथम स्थान अर्जित किया तथा विशेष प्रस्तुति पुरस्कार प्रियल जैन को प्रदान किया गया।संचालन महामंत्री सम्भव जैन ने किया।
मनीष कुमार एम बी